ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दिग्गज ओपनर डेविड वॉर्नर ने टेस्ट के साथ-साथ वनडे क्रिकेट से भी रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है. वो 3 जनवरी से पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे.
रिटायरमेंट का ऐलान कर डेविड वॉर्नर ने क्या कहा?
वॉर्नर ने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए कहा, ‘मैं निश्चित रूप से वनडे से भी संन्यास ले रहा हूं. यह कुछ ऐसा था जो मैंने वर्ल्ड कप के दौरान कहा था. भारत में वर्ल्ड कप जीतना, मुझे लगता है कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. तो मैं आज संन्यास लेने का फैसला ले रहा हूं. इससे मुझे दुनिया भर में कुछ अन्य लीगों में खेलने की अनुमति मिलेगी.’
कैसा रहा डेविड वॉर्नर का टेस्ट और ODI करियर?
डेविड वॉर्नर के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक कुल 111 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें उनके नाम 44.58 की औसत से कुल 8695 रन दर्ज हैं. उन्होंने अपने करियर में 26 शतक और 36 अर्धशतक लगाए हैं. वहीं वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 161 वनडे मैच में 45.30 की औसत से 6932 रन बनाए हैं. वार्नर जितने शानदार खिलाड़ी हैं, उतनी ही दिलचस्प उनकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में एंट्री की कहानी है.
वॉर्नर की ऑस्ट्रेलियाई टीम में एंट्री की कहानी खास क्यों?
कम लोग जानते हैं कि बाएं हाथ के वार्नर को फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेले बिना 2009 में ऑस्ट्रेलियाई टीम में चुना गया था. साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई अपनी टी20 इटरनेशनल की डेब्यू पारी के दौरान वार्नर ने 43 गेंदों पर 89 रनों की तूफानी खेलकर अपनी काबलियत दुनिया को दिखाई थी. इसके बाद से वॉर्नर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है और वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के एक प्रमुख अंग बन गए. उनके बल्ले से खूब रन निकले. अब जब उन्होंने टेस्ट के साथ-साथ वनडे क्रिकेट से भी संन्यास लेने की घोषणा कर दी है, तब उनके फैन्स उन्हें जरूर मिस करेंगे.