History10 months ago
पिता अंग्रेजों का अधिकारी, बेटा बना क्रांतिकारी, 20 साल की उम्र में हुई फांसी, शवयात्रा में उमड़ पड़ा था पूरा कलकत्ता
देश की आज़ादी के लिए हजारों देशभक्तों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया लेकिन आजादी के 76 साल बाद तक भी बहुत से बलिदानी योद्धा ऐसे...